बैंसला हाड़ौती के पांच दिवसीय प्रवास पर, चौपाल कर सभाओ में लेंगे समस्याओं की जानकारी…..
देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। कर्नल किरोड़ीलाल बैंसला के पुत्र व गुर्जर नेता विजय बैंसला शनिवार को जयपुर से बारां जाते समय देवली के पास दोलता गांव में रुके जहाँ जनसेवा समिति के संयोजक विक्रम सिंह गुर्जर की अगुवाई में दर्जनों समर्थकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।बैंसला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज उसी का साथ देगा, जो वर्ग गुर्जर समाज का साथ देगा।
बैसला प्रवास पर हाडौती के कोटा, बारां, छीपा बडौद, किशनगंज, अंता, समेत कई स्थानों पर समाज के लोगों, किसानों के साथ चौपाल कर समस्याओं की जानकारी लेंगे। बैंसला ने स्पष्ट तौर पर बिना किसी पार्टी का समर्थन किए कहा कि गुर्जर समाज प्रदेश का जागरूक समाज है, जो न किसी लोभ में आता है और न किसी प्रलोभन में आता है।
गुर्जर समाज आने वाले विधानसभा चुनाव में उसी के साथ खड़ा होगा, जो गुर्जर समाज के साथ रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 200 विधानसभा क्षेत्रों में 75 सीटों पर गुर्जर समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस तथ्य पर नाराजगी भी जताई कि गुर्जर समाज को आरक्षण का पूरा लाभ नही मिला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 फीसदी वोट हर चुनाव में नए होते है।
जो अभी 18 वर्ष पूरा कर चुके है। ऐसे वोटर्स पहली बार वोट डालेंगे, जो परिणाम को प्रभावित करेंगे। ऐसे में युवा मतदाताओं की समस्याओं की भी बात होनी चाहिए।
सचिन पायलट के बारे में पूछे गए सवाल पर बैंसला ने कहा……
सचिन नेक इंसान है, समाजसेवी है, पिछली बार भी गुर्जर समाज ने उन्हें वोट दिया था। लेकिन उद्देश्य पूरा होने से रह गया। इसका ऋण कांग्रेस को चुकता करना चाहिए।
कांग्रेस को बीती बातों से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये समय तय करेगा कि आगे प्रदेश में क्या होगा। उन्होंने ये भी कहा कि सचिन पायलट का विषय उनका व्यक्तिगत इश्यू है, इसका निदान भी उन्हीं को करना होगा। एक सवाल के जवाब में बैंसला ने कहा कि चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस हो, दोनो ही दलों में प्रदेश का नेतृत्व करने की क्षमता है। उनकी सोच है कि प्रदेश में सकारात्मक सोच रखने वाले, प्रगति करने का विजन रखने वाले प्रत्याशी आगे आने चाहिए।
ऐसी ही प्रदेश में लीडरशीप पनपनी चाहिए। उन्होंने दुख प्रकट किया कि वर्तमान में जो स्थितियां है उसके मुताबिक सरकार तक बात नही पहुँच रही है या पहुँचती नही है। इसके बाद बैसला कोटा के लिए रवाना हो गए। इस दौरान युवा नेता अंकुश तिवाड़ी,सत्यनारायण कटारिया, विशन टेलर, सियाराम गुर्जर, समेत कई लोग मौजूद थे।