देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। शहर में पालिका प्रसाशन द्वारा गौवंश की मृत देह निष्पादन को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है। जहाँ एक ओर हिन्दू धर्म में गाय को माँ का दर्जा दिया गया है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय में 36 कोटि देवताओं का निवास माना गया है ऐसी देवस्वरूवा गौमाता के साथ इस तरह का राक्षसी पूर्ण व्यवहार होना इंसानी गरिमा को शर्मसार करने जैसा है ।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पनवाड़ मोड़ स्थित कचरा डिपो के हालात गौमाता का दर्द बयां कर रहे है। जहां पालिका द्वारा कचरे व गंदगी के बीच गौमाता की मृत देह डाली जा रही है जिसको कुत्ते व कव्वे बेहरहमी से नोंच रहे है।पालिका द्वारा अपनाए जा रहे गौमाता के मृत शवों को निष्पादन के इस घटिया तरीके से आमजन की भावनाएं आहत हुई है। ग्वाला नवयुवक मंडल देवली व कुचलवाडा गौसेवा मंडल के कार्यकर्ताओं ने भी इस कार्य की घोर आलोचना की है साथ ही सभी गौ सेवको सहित आमजन में उक्त मामले को लेकर गहरा रोष व्याप्त है।उनका कहना है कि मृत गौवंस के शवों को सम्मान सहित गड्डा खोदकर भूमि के अंदर मृत देह का निष्पादन किया जाए जिससे कि धार्मिक भावनाएं भी आहत न हो साथ ही बीमारी फैलने का खतरा भी नही रहे।