देवली:-(बृजेश भारद्वाज)।झारखंड स्थित सम्मेद शिखर तीर्थ स्थल को पर्यटन के रूप में घोषित किए जाने के निर्णय के बाद चौतरफा विरोध के बाद मुख्यमंत्री ने फैसला वापस ले लिया है ।
वहीं अब सम्मेद शिखर की पहचान तीर्थ स्थल के रूप में ही रहेगी ।अग्रवाल समाज चोरासी के उपाध्यक्ष चांदमल जैन ने बताया कि झारखंड सरकार ने पर्यटन के रूप में घोषित करने का निर्णय वापस ले लिया है ।
लिहाजा सम्मेद शिखर तीर्थ स्थल के रूप में ही जाना जाएगा । जबकि पूर्व में इसे पर्यटन स्थल के रूप घोषित किए जाने का फैसला किया था । उल्लेखनीय है कि सम्मेद शिखर तीर्थ स्थल को पर्यटन के रूप में घोषित किए जाने के निर्णय के बाद देशभर में जैन समाज का विरोध कर रहा था ।