देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। दशरथ किशोर शर्मा शिक्षा जगत का वह नाम जिससे देवली उपखंड ही नहीं बल्कि पूरे टोंक जिले व अन्य क्षेत्रो में शायद ही कोई अपरिचित हो। यह वह शख्सियत है जिन्होंने राजकीय सेवा में शारीरिक शिक्षक के पद पर कार्य करते हुए अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है।
दशरथ शर्मा की प्रथम नियुक्ति जूनिया सरोली मे 1986 में हुई थी। उसके बाद यह लगातार देवली क्षेत्र में ही पोस्टेड रहे। इन्होंने शारीरिक शिक्षक के पद पर कार्य करते हुए सारे स्थानीय व राष्ट्रीय कार्यक्रम व विभागीय कार्यक्रमों को बदस्तूर अंजाम दिया।
शर्मा अपने राजकीय सेवा कार्यकाल के दौरान 18 बार उपखंड प्रशासन द्वारा सम्मानित हो चुके हैं। वही तीन बार विभिन्न जिलों के 3 जिला कलेक्टर द्वारा भी सम्मान प्राप्त किया है। अब तक उन्होंने लगभग 350 सफल खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर तक पहुचाया। गौरतलब है कि दशरथ शर्मा का पूरा परिवार शिक्षा विभाग में कार्यरत रहा है
इनके पिताजी स्वर्गीय रामगोपाल शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।साथ ही दशरथ शर्मा ने विभिन्न विद्यालयों के कार्यक्रमो में माइक संचालन के माध्यम से बेहतरीन उद्बोधक का कार्य किया है।दशरथ शर्मा के सेवानिवृत्ति अवसर पर शिक्षा जगत से जुड़ी कई हस्तियों समेत सामाजिक व पारिवारिक लोग शर्मा के स्वागत को पहुँचे।
जहाँ शर्मा का माल्यार्पण कर साफा बंधवाया व उज्जवल भविष्य की मंगलकामनाएं की गई। इससे पूर्व शर्मा को विद्यालय परिवार ने से सम्मान विदाई दी। जहाँ विद्यालय परिवार व छात्र-छात्राओं के प्रेम को देखकर शर्मा भावुक हो गए।