देवली :-(बृजेश भारद्वाज)। शहर में ठग फेरी के कारोबार में सक्रिय रहकर लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं
इन दिनों कड़ाके की पड़ रही सर्दी के बीच रजाई और कंबल की बढ़ती बिक्री के मध्य नजर यहां मेवात क्षेत्र के ठग युवक कचरे से भरी हुई रूई की रजाई के कारोबार में लिप्त बने हुए है। मेवात क्षेत्र के कई मुस्लिम युवक यहां ठग नीति पर सक्रिय भी हुए हैं। इसका मुख्य कारण है कि यह यहां कब आते हैं और चले जाते हैं इसकी जांच पड़ताल नहीं हो पाती है।
जी हां ऐसा ही मामला गुरुवार एवं शुक्रवार को कड़ाके की पड़ रही सर्दी के बीच सामने आया है। यहां मेवात क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के कुछ ठग युवक रजाई के कारोबार की फेरी लगाने में लिप्त रहकर गली-गली मोहल्ले मोहल्ले लोगों के बीच पहुंचकर जयपुरी रजाई के नाम काले ऊन के कचरे से भरी हुई रजाइया लोगों को थमाकर हजारों रूयपों का चुना लगाते हुए रफू चक्कर हो जाते हैं।
जानकारी के अनुसार इन दिनों कड़ाके की सर्दी पडने के कारण रजाई कंबल एवं ऊनी वस्त्रों की बिक्री जोरों पर है । इसी के बीच लोगों की उक्त जरूरत के मध्य नजर हरियाणा यूपी और मेवात क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के युवक यहां रजाई के कारोबार मे ठग नीति पर सक्रिय हो गए हैं।
लोगों ने जानकारी में बताया कि इन दिनों मेवात क्षेत्र के ठग युवक गली-गली मोहल्ले घूम कर सफेद रूई की रजाई दिखाकर कचरे से भरी हुई रजाई लोगों को मोटे दामों मे ठगी की नीयत से बेचकर रफू चक्कर हो रहे हैं। उक्त हालातो की जांच पड़ताल में मीडिया ने पाया कि यहां मेवात क्षेत्र के फेरी करने वाले वाले ठग युवक सक्रिय हो गए हैं
जो यहां लोगों को सस्ते दाम में जयपुरी रजाई का प्राभोलान देकर खरीदार व्यक्ति को रजाई के कोने में रखी हुई सफेद रूई निकालकर दिखाते हैं । जिससे खरीदार व्यक्ति इनकी जालसाजी मैं आकर सस्ते दाम के लालच में इनकी ठगी का शिकार हो जाता है । ऐसे में उक्त दौरान फेरी करने वाला व्यक्ति जयपुरी रजाई के नाम कचरे से भरी हुई नकली रजाई खरीददार व्यक्ति को हाथों में धमाकर वहां से तुरंत रवाना हो जाता है।
खरीददार को जब रजाई में भरे हुए कचरे की असलियत का पता चलता है तो अपने साथ हुई ठगी पर खरीददार व्यक्ति डिजिटल भुगतान प्राप्त करने वाले व्यक्ति से संपर्क करता है। इस पर जरिए फोन पे भुगतान प्राप्त करने वाला व्यक्ति जो इनका सरगना होता है वह अपने आप को उक्त कारोबार से कोई लेना-देना नहीं कहकर पल्ला झाड़ लेता है। ऐसे में डिजिटल भुगतान करने वाला व्यक्ति उक्त कारोबार में लिप्त युवकों के सरगना से सवाल करता है की रजाई खरीद पर डिजिटल भुगतान रेहान अली के नाम फोन पे पर प्राप्त किया हुआ है।
ऐसे में फेरी करने वाले ठग युवकों का सरगना अपने आप को उक्त कारोबार से बाहर बताने की हटधर्मिता पर बना हुआ रहता है। तो वहीं कई लोग फेरी करने वाले उक्त ठग युवकों का शिकार हो चुके हैं। इसी के साथ देवली शहर एवं आसपास के क्षेत्र में ब्रांडेड रजाई कंबल के नाम पर ठगी करने वाला मेवात क्षेत्र का उक्त ठग दल यहां सक्रिय बना हुआ है।
जिससे सैकड़ो लोग यहां उक्त धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में स्थानीय पुलिस को चाहिए कि वह बाहरी क्षेत्र से फेरी करने व्यक्तियों की जानकारी जुटाए और धर्मशालाएं एवं गेस्ट हाउस और होटल में रुकने वाले व्यक्तियों जानकारी प्राप्त करें
तो शायद पुलिस यहां लोगों को ठगी का शिकार होने से बचाने में सफल हो सकती है और उक्त कारोबार पर कई हद अंकुश लग सकता है।