देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। मरीजों का उपचार करते-करते यूनानी चिकित्सालय खुद ही बीमार हो गया।जिसको लेकर यूनानी चिकित्सक डॉक्टर लियाकत अली मंसूरी ने प्रशासन को अवगत करवाने के लाख जतन अब तक कर लिए हैं
लेकिन मजाल है कि किसी के कान में अब तक जूं तक रेंगी हो। आज हालात यह है कि बारिश होने पर छत में पड़ी दरारों से लगातार पानी का रिसाव होने से पानी का टपकना आम नजारा हो गया है। जिसके कारण चिकित्सक व मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही छत से लगातार पानी रिसाव होने से जर्जर अवस्था में पहुंचने के कारण प्लास्टर गिरने का खतरा भी मंडरा रहा है।
उपखंड अधिकारी से लेकर अधिशासी अधिकारी तक व क्षेत्रीय एमएलए तक को दर्जनों बार लिखित मे डॉक्टर मंसूरी द्वारा यूनानी अस्पताल के लिए अलग से बिल्डिंग की मांग के लिए ज्ञापन दिया गया।
उल्लेखनीय है कि आयुर्वेदिक चिकित्सालय व यूनानी चिकित्सालय फिलहाल एक ही बिल्डिंग में चल रहे हैं जहां जगह कम होने के कारण मरीजों को समस्या आ रही है। ऊपर से चिकित्सालय की यह जर्जर बिल्डिंग सिरदर्द बनती जा रही है।