देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। गुरुवार को कुंचलवाडा रोड़ पर चल रही संगीत मय भागवत की पूर्णाहुति परीक्षित मोक्ष के साथ सम्पन्न हुई इस अवसर पर कथा वाचक ने सुदामा चरित्र की कथा सुनाई और कहा कि मित्रता हो तो कृष्ण और सुदामा जैसे होने चाहिए
जिन्होंने अमीर और गरीब के भेदभाव को समाप्त करते हुए अन्तर्मन से मित्रता निभाईऔर सुदामा को तीन लोकों का स्वामी बना दिया। कथा में राजा परीक्षित को तक्षक नाग द्वारा डसने और भागवत जी के प्रभाव से उसकी मोक्ष होने की कथा सुनाई।
कथा आयोजक पं गौतम प्रसाद व्याकरणाचार्य ने श्रोताओं का आभार प्रकट किया और कथा वाचक का सम्मान करते हुए विदाई दी। श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।