देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। विगत वर्षों में तिथि व राशियों के गणित के हिसाब से अधिकतर तीज-त्योहारों का मान दो दिन होने से लोगों में काफी असमंजस रहने लगा है। 2024 की यह शुरुआत इस लिहाज से काफी बेहतर है, क्योंकि मकर संक्रांति को लेकर ज्योतिषाचार्यों में किसी तरह का कोई असमंजस नहीं है।
तिथियों और राशि की स्थिति को देख सभी यह कह रहे हैं कि मकर संक्रांति 15 को ही मनाई जाएगी। देवली क्षेत्र के लोकप्रिय ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश गौतम के मुताबिक वैदिक ज्योतिष में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है।
इस दौरान पूजन-दान और सूर्योपासना विशेष फलदायी होगी।
उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के दिन गुड व तिल के दान का विशेष महत्व है,मकर संक्रांति के पर्व पर ब्राह्मणों को दान दिया जाता है वहीं गायों को चारा व अन्य खाद्य सामग्री खिलानी चाहिए।