देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। दूसरों के प्रति करुणा और दया का भाव रखने वाले लोग ही आज के दौर में भी इंसानियत को जिंदा रखे हुए हैं। ऐसे लोग इंसानों के साथ-साथ पशुओं से भी खूब लगाव रखते हैं। ऐसा ही कुछ नजारा टोंक जिले के देवली में देखने को मिल रहा है। यहां रहने वाला एक शख्स पशु प्रेम की अनोखी मिसाल पेश कर रहा हैं। करोना महामारी सामने आने के बाद भूख से बेहाल भटकने वाले पशुओं के लिए पवन जोशी ने शुरुआत की तब से लेकर आज तक वो बेजुबान पशुओं के लिए संकट मोचन बने हुए हैं। जोशी के पशु प्रेम का जज्बा अपने आप में इतना अनूठा है कि अपने गली मोहल्ले में भटकने वाले कुत्तों गायों और सांड़ समेत अन्य पशु पक्षियों का भी वो ख्याल रखते हैं।
पवन जोशी को घायल पड़े कुत्तों, गाय, सांड़ आदि का इलाज करने के लिए न तो किसी एनजीओ की मदद की दरकार है और न ही सरकार से किसी भी तरह के प्रमाणपत्र की आवश्यकता। इनका काम तो सिर्फ किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार…’ गीत की तर्ज पर घायल पशुओं की सेवा करना ही होता है। करोना महामारी की लहर सामने आने के बाद लॉकडाउन लगने से इलाके के सभी बाजार और मंडिया बंद करा दी गई थीं।
इसकी वजह से इलाके में घूमने बाले पशु जैसे गाय, कुत्ते सहित तमाम जानवरों के सामने पेट भरने का संकट पैदा हो गया था। बड़ी संख्या में भूख से बेहाल गाय, कुत्ते की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी सामने आने के बाद देवली के पशु प्रेमी पवन जोशी ने पशुओं की भूख मिटाने का बीड़ा उठाया। पशुओं की भूख मिटाने के लिए जुटे जोशी पिछले 5 वर्षों में पशुओं के लिए सब्जी, फल, चारा, रोटी और अन्य सामान जुटाने के लिए एक बड़ी रकम अपने पास से खर्च कर चुके हैं।लेकिन इसके बाबजूद पवन जोशी का पशु प्रेम बरकरार है
पवन जोशी आज भी नियमित रूप से सड़कों पर घूमने वाली छुट्टा गायों, कुत्तों व अन्य पशु पक्षियों की भूख मिटाने के लिए निस्वार्थ भाव से जुटे हुए हैं। गली मोहल्ले के पशु-पक्षी गाय, कुत्ते, सांड़ पवन जोशी को इतना अधिक पहचान गए हैं कि उनकी एक आवाज पर कई जानवर उनके पास एकत्र हो जाते हैं।यहाँ तक कि जोशी ने अपने गली मोहल्ले के जानवरों के नाम का नामकरण भी कर दिया है और इन नामों से पुकारने पर जानवर पवन जोशी के पास दौड़े चले आते हैं। साथ ही जोशी जिले की बहुत से गौशाला से भी जुड़े हुए है।
जब हम उनसे पूछते हैं कि आपको ये सब करने की प्रेरणा कहाँ से मिलती हैं वे उदारतापूर्वक प्रशंसा करते हुए उन दो लोगों का उल्लेख करते हैं, जिन्होंने उनके व्यक्तित्व को प्रभावित किया हे दादाजी स्वर्गीय श्री पं ऊँकार लाल जोशी और श्री ईश्वर चंद मंगल सीईओ सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड। ईश्वर चंद मंगल के लिए बोलते है की वह उन्हें “भगवान” मानते हैं “वह एक महान व्यक्तित्व हैं, पेशेवर रूप में भी और एक आदमी के रूप में।जोशी बताते है उन्होंने मेरे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डाला हैं मेने उनसे सीखा हे की जीवन में सफलता का मतलब पैसे के अलावा सामजिक कार्य भी हैं मैं जो कुछ भी जानता हूं, मैंने उनसे ही सीखा है।” जब भी में किसी समस्या में पड़ता हूँ तो में सबसे पहले उन्ही से सलाह लेता हूँ। मुझे यह सब करने में आत्मीय खुशी मिलती है। मेरे मन से ऐसी इच्छा हुई इसीलिए मैंने यह सब काम करना शुरू किया।