देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। जब जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ ले तो जाहिर तौर पर समस्याओं का विकराल होना आम बात बन जाती है। मीडिया द्वारा बार-बार ध्यान आकर्षित करवाने पर भी देवली नगर पालिका अधिशासी अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस बात से जनता को यह अंदाजा लगा लेना चाहिए कि सिस्टम किस कदर लापरवाही की भेंट चढ़ता जा रहा है।
बता दे कि शहर के विभिन्न पार्को के विकास और उत्थान एवं उचित व्यवस्थाओं की पूर्ति के लिए लाखों रुपए के टेंडर जारी किए जाते हैं। किंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि इतना पैसा खर्च करने के बाद भी अधिकारियों के द्वारा देख कर भी अनदेखा करने की वजह से ठेकेदारों के हौसले बुलंद है। जो कि अपने असल उद्देश्य की पूर्ति करने के बजाय केवल चांदी कूटने पर ध्यान देते हैं। क्योंकि उनको किसी प्रकार की कार्यवाही का भय है ही नहीं। ऐसे में जनता से वसूल किए टैक्स का दुरुपयोग हो रहा है।
शहर के तमाम पार्कों की स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है। पिछले एक माह से पटेल नगर स्थित महावीर उद्यान के बीचों बीच कचरे का बड़ा ढेर लगा हुआ है इसके चलते वो ढ़ेर जहरीले जीवों की शरण स्थली बना हुआ है जो कि पार्क में घूमने वाले लोगों के लिए जीवन का संकट पैदा कर सकता है। वहीं बरसात की वजह से गार्डन के चारों तरफ बड़ी-बड़ी घास उगी है जिनमें भी जहरीले जीवों का छुपा होना आम बात है। जो की काल बनकर किसी की भी जीवन लीला को समाप्त कर सकते हैं। उसी के साथ महावीर उद्यान के ठीक बाहर सड़क के बीचो-बीच नाले का एक बड़ा हिस्सा टूटा हुआ है जिसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा यहां घटित होने की प्रबल संभावनाएं हैं।
उधर नगर पालिका के ठीक सामने वाली लाइन में कृष्णा गारमेंट्स के बाहर काफी बड़ा गड्ढा हादसे को निमंत्रण दे रहा है। बड़ी हैरानी की बात है कि इन सब के बारे में देवली नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को बताने के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। इससे तो यही जाहिर होता है कि देवली नगर पालिका को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।