सहानुभूतिपूर्वक विचार कर संत आसाराम को ससम्मान रिहाई दी जाए,सौंपा ज्ञापन।

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देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। सनातन संस्कृति के मुख्य स्तंभ रहे संत आसाराम बापू की ससम्मान रिहाई की मांग को लेकर महिला उत्थान मंडल शाखा देवली की ओर से सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम देवली उपखंड अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौपा गया। ज्ञापन में बताया कि संत आसाराम बापू द्वारा स्थापित महिला उत्थान मंडल की देशभर में विभिन्न शाखाएं निरंतर महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयास कर रही है।

उनके द्वारा चलाए गए जीवन के उपदेश व कार्यों से संयम, सदाचार, सेवा प्रकल्पों से लाखों बच्चे सुसंस्कारित हुए हैं। वहीं युवक युवतियों को सही दिशा मिली है। इसके अलावा अनैतिक विकारों में पड़े अनगिनत लोगों को जीवन परिवर्तन करने का अवसर प्राप्त हुआ है। लेकिन ऐसे संत को कानूनी जटिलताओं का दुरुपयोग कर झूठे मामले में फसाया गया। जिसके चलते उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी गई। वृद्ध संत आसाराम बापू के स्वास्थ्य को देखते हुए न्यायपालिका ने उन्हें उचित एवं अनुकूल चिकित्सा लेने का अवसर दिया है।

यह फैसला सराहनीय है। लेकिन अब उक्त विषय पर न्यायपालिका को सहानुभूति पूर्वक विचार कर संत आसाराम बापू को ससम्मान रिहाई देनी चाहिए। वहीं 11 वर्षों के बाद संत आसाराम को जमानत दी गई। युवाओं का इन 11 वर्षों में काफी चरित्र हनन हुआ है। जबकि संत आसाराम बापू युवाधन सुरक्षा अभियान, व्यसन मुक्ति अभियान, 14 फरवरी को माता-पिता पूजन दिवस एवं 25 दिसंबर को तुलसी पूजन आदि सेवा प्रकल्प चलाकर लोगों एवं युवाओं को सुसंस्कारित कर रहे हैं। ज्ञापन सौपने में आसाराम बापू को शीघ्र एवं ससम्मान रिहाई दिए जाने की मांग की है। ज्ञापन सौपने में श्याम शर्मा, राजकुमारी, मंजू सेन, शांति बागड़ी, हेमलता बागड़ी, कांता, मनीषा, ललिता, नीलम, धन्नी समेत कई महिलाएं शामिल थी।

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