देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। आज के इस मतलबी दौर में जहाँ खून के रिस्तो में भी स्वार्थ सिद्धि निहित होती है वहाँ एक शिक्षक ने इंसानियत की मिशाल कायम की है। बता दे कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय, जहाजपुर गेट, सावर में कार्यरत शिक्षक सालग राम वैष्णव ने उशी विद्यालय में पड़ रही मासूम बालिका जो कि (परित्यक्ता (पति के द्वारा परित्याग) की पुत्री है। जिसके परिवार की आर्थिक स्तिथि ठीक नही है। बच्ची के विद्यालय में अध्ययनरत रहने तक पढ़ाई का खर्च, स्टेशनरी, (कॉपी पेंसिल) बेग, यूनिफॉर्म, जेब खर्च हेतु राशि, बाजार खाद्य सामग्री तक का बीड़ा शिक्षक ने उठाया है।
इशी के साथ वैष्णव पहले से ही तीन निर्धन छात्र-छात्राओं का पढ़ाई खर्च उठा रहे है। शिक्षक सालग राम वैष्णव का मानना है कि उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर जिम्मेदारी उठाई है वैष्णव का कहना है कि स्वामी विवेकानंद कहते थे जब तक गरीब बच्चों को शिक्षा से नहीं जोड़ेंगे देश महान नहीं बनेगा। इसीलिए शिक्षा हर बच्चे को मिले। आर्थिक तंगी के कारण कोई शिक्षा से वंचित नहीं रहे। गौरतलब है कि उक्त शिक्षक भजन गाईकी का भी कार्य करते है। विद्यालय में ऐसे बच्चों का जन्मदिन भी मनाया जाता है जिससे कि उनको हीन भावना महसूस ना हो वहीं अपनत्व का अहसास भी होता रहे।