देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। उपखंड के पनवाड़ व आसपास के क्षेत्र में अत्यधिक बारिश होने के कारण पनवाड़ के चारों ओर नाले उफान पर हैं। ग्राम वासियों ने बताया कि बरसात के इसी सीजन में यह रास्ता लगभग पांच बार बंद हो चुका है ग्रामीणों ने बताया कि पनवाड़ में बच्चे सेंडियावास, चांदली, दाता, सावतगढ़ आदि क्षेत्रों से पढ़ने आते हैं जिनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है
और अत्यधिक बारिश होने से चारों ओर पानी भर गया जिससे जानवरों को बाहर निकलने में दाना पानी चारा इत्यादि डालने में भी समस्या आ रही है और मच्छर अत्यधिक पनप रहे हैं जिससे कई प्रकार की बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन पर आरोप लगाया है कि गांव के चारों ओर खाल में एनीकट बना रखे हैं और अतिक्रमण की भेट चढ़े हुए हैं जिससे ज्यादा पानी आ जाने से पूरा गांव टापू बन गया है और ग्रामीण अपने पशुओं को बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं इसके बावजूद प्रशासन ने अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है।
इस मामले में प्रशासन को कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन प्रशासन की बेरुखी से ग्राम वासियों एवं आने जाने वाले राहगीरों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जानकारी के अनुसार ग्राम पनवाड़ में 15 लाख रुपए की लागत से पुलिया स्वीकृति हो गई है जिस पर भी विभाग का ध्यान नहीं है ग्राम वासियों ने बताया कि टू व्हीलर और फोर व्हीलर इस पानी में बंद हो रहे हैं जिससे आवागमन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पनवाड़ सागर के जो रपट है वह दो साइड में है जिसमें से एक साइड की रपट को बंद कर दिया गया है और दूसरी साइड में पानी ज्यादा आ जाने के कारण पनवाड़ गांव में चारों ओर पानी ही पानी हो गया है। देवली से पनवाड़ चांदली राजकोट सीतापुरा बूंदी का गोठडा जाने वाले सभी से निवेदन किया है कि इस दौरान कोई और वैकल्पिक रास्ता चुने क्योंकि इस रास्ते पर पानी ज्यादा आ जाने के कारण आवागमन बंद है ।