देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषि महाविद्यालय सिरोही, में अनुभवात्मक शिक्षा(EL ) प्रोग्राम के तहत उद्यानिकी विभाग द्वारा बी.एससी. कृषि मे चतुर्थ वर्ष के छात्रों को फूलों की खेती एवं भू-दृश्यांकन (लैंडस्केपिंग) विषय पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। जिसका द्वितीय चरण 4 अप्रैल 2025 को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण के दौरान सहायक आचार्य किंकर सिंह ने छात्रों को फूलों की प्रमुख प्रजातियाँ जैसे गेंदा, गुलाब, गुलदाउदी, झ़ीनिया, चंपा, मोगरा, पिटूनिया आदि की वैज्ञानिक खेती, देखरेख एवं सजावटी उपयोग से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर छात्रों को यह भी बताया गया कि किस प्रकार इन फूलों का उपयोग भूदृश्य सौंदर्यकरण (लैंडस्केपिंग) में किया जाता है। उन्होंने यह समझाया कि कैसे मकानों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालय परिसरों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इन फूलों की सजावटी खेती करके सौंदर्य में वृद्धि के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी विकसित किए जा सकते हैं।
प्रशिक्षण के दौरान छात्रों ने महाविद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों में फूलों की रोपाई कर भूदृश्य की रूपरेखा तैयार की और पर्यावरण सौंदर्यीकरण में अपनी रचनात्मक भागीदारी दर्ज कराई। इस व्यावहारिक कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को फूलों की वैज्ञानिक खेती, उनके सौंदर्यात्मक महत्व और भू-दृश्य योजना के क्षेत्र में व्यवहारिक अनुभव प्रदान हो सके।