देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। शहर स्थित विवेकानन्द कॉलोनी पार्श्वनाथ धर्मशाला में चल रहे स्मृति परिवर्तन-2025 के तहत गुरू पूर्णिमा महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। धर्मचन्द जैन(साँडला) एवं ओमप्रकाश जैन(टोरडी) ने बताया की 10जुलाई को प.पूज्य श्रमण मुनि108 श्री प्रणीत सागर जी महाराज एवं क्षुल्लक105 श्री विधेय सागर जी महाराज के सानिध्य मे गुरुपूर्णिमा महोत्सव का अभिन्न आयोजन संपन्न हुआ
जिसमे सर्वप्रथम मुनि श्री के पादप्रक्षालन फिर आचार्यश्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज की पूजन के साथ ही 250 पूर्वाचार्यो के सम्पूर्ण मंत्रोच्चार के साथ अर्घावली संगीतमय पूजन के साथ सम्पन्न हुई। पूजन के पश्चात मुनि श्री ने गुरुपूर्णिमा महोत्सव का महत्व बताते हुए बताया की पंचमकाल में साधना आसान नही है इस भव में अपनी साधना को उत्कृष्ट बनाना है तो जीवन मे गुरु का होना आवश्यक है! मुनि श्री ने बताया की अवसर्पणी काल मे दिगम्बर चर्या के धारी मुनिराज का दर्शन ही किसी अतिशय से कम नही है, ऐसे में दिगम्बर साधू के समक्ष गुरु मानकर अपने जीवन को सद्मार्ग पर चलाना अनन्त पुण्यों के संचय से ही सम्भव है, इसलिये जीवन में गुरु बनाना आवश्यक है।
मीडियाप्रभारी विकास जैन(टोरडी) ने बताया की कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत देवादिदेव श्री1008 श्री शांतिनाथ भगवान, आचार्य विराग सागर जी,आचार्य विशुध सागर जी के चित्रणावरण, दीप प्रज्वलन एवं पादप्रक्षालन के साथ हुआ इन सब क्रियाओं का सौभाग्य बाबूलाल नासिरदा वाले परिवार को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात क्षुल्लक105 श्री विधेय सागर जी महाराज ने गुरुदेव के भजन शिष्य भूल गए रे हरद्वार, मगर गुरुद्वार नही भूले से मंगलाचरण प्रस्तुत किया। सभी श्रावकों ने बड़े ही भक्तिभाव से इस महोत्सव को मनाया एवं गुरुदेव की पूजन करी! आयोजन में समाज।
अध्यक्ष बंशीलाल सर्राफ, संजय पापड़ीवाल, मुकेश जैन,ज्ञान चंद , प्रशांत आशु, सुलोचना, सरोज सहित सकल जैन समाज के श्रावकों नई हिस्सा लिया। इसी के साथ जानकारी देते हुए बताया की 11जुलाई 25शुक्रवार को वीरशाशन जयंती अटल उद्यान के टीनशेड ग्राउंड में मनाया जाएगी। जिसमे लगभग 3000 दीपकों से रिधिमन्त्रों की जाप के साथ जाप दी जाएगी।