देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। त्यौहारी सीज़न आते ही शहर सहित सम्पूर्ण जिले के शुरू हो जाती है मिलावट के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की तैयारी। मगर विडंबना ये है कि ये कड़ी व सख्त कार्यवाही वर्षों से केवल कागजो में दिखावे के लिए ही होती जा रही है। भ्रष्ट से भ्रष्ट का मेल इतना बेजोड़ है की फेविकोल का जोड़ भी इनकी मजबूती के आगे कमजोर प्रतीत होता है।
हालांकि समय समय पर खाद्य सुरक्षा शहर में दबिश देते रहते है मगर कार्यवाही के नाम पर ज्यादातर खानापूर्ति ही देखने को मिली है। जबकि होना ये चाइये की शहर में किसी भी कार्यवाही के समय मीडिया को बुलाकर पूर्ण पारदर्षिता के साथ कार्यवाही को अंजाम देना चाइये जिससे कि मिलावटखोरों का असली चेहरा पब्लिक के सामने आ सके। वहीं खाद्य सुरक्षा अधिकारी अपनी व दुकानदार की सहूलियत के हिसाब से सेम्पल जमा करके प्रेस नोट जारी कर देते है जो कि गलत है। इतना ही नही ऐसे खाद्य पदार्थ जैसे मिठाई, मावा दूध पनीर जो कि त्यौहार के अवसर पर अधिक डिमांड होने के कारण धड़ल्ले से बिकते है उनके सेम्पल त्योहार से पहले उठा तो लिए जाते है मगर उनकी जांच रिपोर्ट त्योहार खत्म होने के बाद आती है।
तो इस जांच का क्या फायदा जब मिलावट के सामान का जहर खरीददारो के जहन में उतर चुका हो? इधर आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए देवली शहर में रविवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी मदन लाल गुर्जर द्वारा मैसर्स राजू लाल कन्हैया लाल से धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर का नमूना मैसर्स बंसल ट्रेडर्स से कच्ची घानी सरसों तेल वीर हनुमान, शुगर बॉइल कनफेक्शनरी एवं मैसर्स महावीर प्रसाद निर्मल कुमार से मैदा आशीर्वाद गोल्ड का नमूना लेकर जांच हेतु भिजवाया गया है। अधिकारी का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने पर नियमानुसार खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।


