*तपस्वी का महापारणा महामहोत्सव सम्पन्न*
देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। धर्मनगरी देवली मे विवेकानंद कॉलोनी स्थित पार्श्वनाथ धर्मशाला में परम पूज्य मुनि श्री 108 प्रणीत सागर जी महाराज एवं क्षुल्लक 105 श्री विधेय सागर जी महाराज के सान्निध्य में चल रहे स्मृति परिवर्तन 2025 चातुर्मास के अंतर्गत लगभग 105 तपस्वीयों का महापारणा महा महोत्सव संपन्न हुआ। उपवास पर मुनि श्री ने प्रकाश डालते हुए बताया की उपवास की साधना करना साधारण नही है, जिन उपासकों ने उपवास किये है उनको नियम से उपवास करने का फल अवश्य मिलता है यह श्रेष्ठ श्रावक के कर्तव्य मे से है, जो नियम से उपवास करता है वही श्रेष्ठ श्रावक की श्रेणी में आता है
इसी के साथ मुनि श्री ने सभी साधकों को अपना मंगल आशिर्वाद प्रदान किया। मीडिया प्रभारी विकास जैन ने बताया की इसी के दौरान 9 सितंबर को माल मोहल्ला निवासी नाथी देवी जैन धर्मपत्नी रमेश जैन मेहरू वाले का 32 उपवास के बाद मुनिश्री के सानिध्य में महापारणा महोत्सव सानंद संपन्न हुआ। नाथी देवी ने सोलहकारण जी के 32 उपवास 8 अगस्त से प्रारम्भ किये जो 8 सितम्बर को पूर्ण हुए, उसके उपरांत 9सितम्बर को पार्श्वनाथ धर्मशाला में महापारणा महोत्सव आयोजित हुआ जिसका आयोजन मुनि श्री के सान्निध्य एवं आशीर्वाद से सम्पन्न हुआ। नाथी देवी ने बताया की उनको उपवास की प्रेरणा मुनि श्री की चर्या और तपस्या स्व मिली, उन्होंने कहा की जब हमारे मुनिराज इतना परिसह सहन कर सकते है तो में भी उपवास की भावना तो कर ही सकती हूँ और उसी समय महाराज के आहार देखते हुए उन्होंने 32उपवास करने का प्रण लिया। महापारणा महोत्सव में चातुर्मास कमेटी द्वारा सभी तपस्वियों का शहर के मुख्य मार्ग से जुलूस निकाला गया एवं सभी तपस्वियों का सम्मान भी कमेटी द्वारा किया गया
उपवास की साधना में 32 उपवास कर्ता 1, 16 उपवास कर्ता 1, 10 उपवास कर्ता 19, पांच उपवास कर्ता 16 एवं इसी के साथ 3 उपवास कर्ता में लगभग 50 श्रावकों ने उपवास किये। आयोजन में चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष बाबूलाल जैन नासिरदा, मंत्री नेमीचन्द साँडला, महामंत्री घीसालाल जैन खेड़ा, कोषाध्यक्ष हेमराज घटियाली, धर्मचन्द साँडला, शिखर चंद गुरुजी, जय कुमार, ओमप्रकाश ,सुरेश , ज्ञान चंद , गोपाल, पंकज सर्राफ सहित समाज के सैकड़ो श्रावकों ने हिस्सा लिया।


