देवली:-(बृजेश भारद्वाज)। धार्मिक एवं औद्योगिक नगरी देवली में चल रहे स्मृति परिवर्तन बर्षायोग-2025 के अंर्तगत मुनि श्री ने रीको में अपने प्रवचन के दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए कहा की सभी के आजीविका अर्जन करने के जो साधन है किसी के हिंसात्मक है किसी के अहिंसात्मक है। विश्व में अनेक जीव ऐसे हैं जिनमें बहुत योग्यता है लेकिन योग्यता के अभाव में वह जीव आजीविका का अर्जन नहीं कर पाते हैं जिनमें योग्यता होती है उनके पास धन नहीं होता है या तो स्थान नहीं होता है, ऐसे योग्य व्यक्तियों को ढूंढ कर व्यापार प्रधान करने वाली कोई संस्था है तो वह रीको है। रीको इंडस्ट्रीज जिनके पास व्यापार नही है उनके लिए भूमि उपलब्ध करवाना, जिनके पास धन नही है उन्हें कम ब्याज पर धन उपलब्ध करवाना जैसे कार्य करती है
और यह रीको की सबसे बड़ी उलब्धि है। मुनि श्री के प्रवचन एवं स्वागत में कृष्णकांत गोयल सुरेश जैन अनिल जैन सौरभ गोपाल संदीप संजय पापड़ीवाल, चतुर्मास कमेटी देवली के सभी पदाधिकारी सहित श्रुतशाला के बच्चे एवं जैन समाज के कई महिला पुरुष उपस्थित रहे। मीडिया प्रभारी विकास जैन टोरडी ने बताया की रविवारीय विशेष में रीको जाने से पूर्व मुनि श्री ने पार्श्वनाथ धर्मशाला में पंच परमेष्ठि के 143 अर्घावली का अनुष्ठान पूर्ण करवाया, जिसमें समाज के सैकड़ों श्रावकों ने हिस्सा लिया। देवली के इतिहास में सर्वप्रथम जैन संत ने किया रीको

इंडस्ट्रीज एरिया का भ्रमण…..
देवली धार्मिक एवं औद्योगिक नगरी देवली में जैन संत ने इतिहास में पहली बार औद्योगिक एरिया का निरीक्षण किया, इसमें भी यह सन्त ऐसे है जिन्होंने इतिहास में सर्वप्रथम केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के मुख्य द्वार से होते हुए शौर्य द्वार तक पहुंचे जहां पर सीआईएसएफ के आर एल निरीक्षक सुनील यादव उप निरीक्षक मनोज शर्मा, सहित जवानों ने महाराज श्री का स्वागत किया एवं इन्हें स्कॉड प्रदान की,इस के उपरांत मुनि श्री वहां से रीको इंडस्ट्रीज एरिया पहुंचे जहां पर रीको इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष कृष्णकांत गोयल ने सभी फैक्ट्री मालिको के साथ महाराज श्री का स्वागत एवं पादप्रक्षालन किये। मुनि श्री ने संघ सहित यहां की सौरभ स्टोन, पवन एग्रो, रूप स्टोन, साबुन फैक्ट्री, सहित फैक्ट्रियों में बनने वाली टाइल्स, पत्थर पर डिजाइन ,पोलिसिंग, कटिंग जैसे कई कार्यों एवं मशीनों का निरीक्षण किया एवं सभी को आशीर्वाद प्रदान किया! मुनि श्री के प्रवचन पवन एग्रो पर एवं आहारचर्या सौरभ स्टोन इंडस्ट्रीज पर हुई।



